गौतम अज्ञानी

isq me shya huye manbari

Poem in hindi | ​इश्क़ में श्याम हुए मनबारी,

इश्क़ में श्याम हुए मनबारी,  गली गली चूड़ी बेचे मोहन देखन में लागे अति सोहन माथे दौरा उठा चले हैं वो देखो गिरधारी इश्क में श्याम हुए मनबारी…१चूड़ी लै बरसाने आये, सतरंगी वो चूड़ी लाये गोपिन सबको अति मन भाए किने बारी बारी इश्क में श्याम भये मनबारी…२सखियन सब मिल करे ठिठोली कान्हा बोले मीठी […]

Poem in hindi | ​इश्क़ में श्याम हुए मनबारी, Read More »

najar samandar

Poem In hindi | नज़र-समंदर

इन मस्त निगाहों को देख, चाहता है ये दिल की लिखूं कोई कविता कहूँ कोई गज़ल करू कोई शायरी मन जाता है मचल मगर, ऐ दिल संभल ना हो तू यूँ विकल ये कोई साधारण आँखे नही एक गहरा समंदर है मत उतर, की तुझे  तैरना नहीं आता बड़ा खतरा इसके अंदर है नजरें ना

Poem In hindi | नज़र-समंदर Read More »

Story hindi | बुद्धिजीवियों में बुद्धि का अकाल!

मुझे बुद्धिजीवियों पर इसी बात से क्रोध आता है, मानता हूं मोदी गलत कर रहे है तो आप क्या कर रहे हैं। आप केवल उनके मूर्खतापूर्ण जो कि सिर्फ आपको ही लगता है, कृत्यों पर सिर्फ फेसबुक पर व्यंग लिख कर इतिश्री कर लेते है। कुछ मूर्ख बुद्धिजीवि जो आपसे कम बुद्धिजीवि है, वो आपकी

Story hindi | बुद्धिजीवियों में बुद्धि का अकाल! Read More »

“मैं कहाँ हूँ, तू कहाँ है?”

Hindi Poem | “मैं कहाँ हूँ, तू कहाँ है?”

चाह जहां है, घर वहां है, बसर जहां है, डर वहीं है, हशर जहां है, मंजिल वहीं है, कदम जहां है, वहीं है जीवन, मरण जहां है मैं कहाँ हूँ, तू कहाँ है? अरि ओ जानम इश्क में तेरे आँशु दरिया सा बहा है नयन को है तेरी प्रतीक्षा इंतजार तेरा कर रहा है दिल

Hindi Poem | “मैं कहाँ हूँ, तू कहाँ है?” Read More »

“ये इश्क तो गोरखधंधा है”

Poem in hindi | “ये इश्क तो गोरखधंधा है”

मैं ता हूँ इश्का दा मारा,धुंआ धुंआ हुआ जीवन सारा,जीवन मे होया अंधियाराबुरा फंसा मैं तो बेचाराइश्क में आशिक अंधा है,ये इश्क़ तो गोरखधंधा है।1। आशिक कहता हैइश्क तो कमाल है जीमैं तो कहता हूँफांसने का जाल है जीना पड़ो इश्के चक्कर मेंहोता बुरा हाल है जीये फांसी का फंदा हैये इश्क तो गोरखधंधा है।2।

Poem in hindi | “ये इश्क तो गोरखधंधा है” Read More »

desh bhakti

Poem in Hindi | “सच्ची देश-भक्ति”

मैं कहता हूं मत छेड़ो इतिहास अगर बढ़ना है आगे, तो मत देखो पीछे बार-बार तुम भी जानते हो तुम क्या थे हम भी जानते हैं हम क्या थे क्या बचा है अपने पास सिवाय ढहते खंडहरों के उन भयानक यादों के बवंडरों के जो खो गया उन बवंडरों में क्या उसे फिर पा सकते

Poem in Hindi | “सच्ची देश-भक्ति” Read More »

Poem in hindi

​Poem in Hindi | समंदर-लहरें-कस्तियाँ

देखो इस समंदर को देखो, इसे देखकर तुमने क्या देखा एक अपार जलराशि जिसकी लहरें मचल रही है किसी दूसरे के सहारे उछल रही है लगा रही अनावश्यक जोर मचा रही बेमतलब शोर  अल्हड़ हवा के सहारे खा रही खुद ही पछाड़ें मगर सागर को देखो कैसे शांत है अंदर ही अंदर इसलिए तो ये

​Poem in Hindi | समंदर-लहरें-कस्तियाँ Read More »

RAIL YATRA STORY HINDI

Story hindi-रेलयात्रा-जेलयात्रा

रेल गाड़ी जिसमे मैं सफर कर रहा था, अपनी पूरी रफ्तार में रात के अंधेरी सन्नाटे को चीरती हुई आगे बढ़ रही थी। रात के 2 बज रहे थे, और सभी यात्री ब्रह्मनिंद में लीन थे। सुपर फास्ट ट्रेन थी सो हावड़ा से खुलने के बाद सीधे आसनसोल आकर रुकी,और अब अपने अगले स्टॉपेज के

Story hindi-रेलयात्रा-जेलयात्रा Read More »

POEM HINDI

Poem in hindi-क्योंकि, मैं एक लड़की हूँ,

दुनियां के तमाम बहादुर लड़कियों के लिये– क्योंकि, मैं एक लड़की हूँ, रसिको के लिए रस से भरी हूँ बाप के जस अपजस से भरी हूँ अजीब कसमो-कस से भरी हूँ क्योंकि मैं एक लड़की हूँ।१। बेबस बीच बाजार खड़ी हूँ, अबला मैं लाचार खड़ी हूँ सड़क किनारे नग्न पड़ी हूँ, सत्ता के ताले से जड़ी

Poem in hindi-क्योंकि, मैं एक लड़की हूँ, Read More »

HINDI POEM

Story in hindi – “सफेद जावा(अड़हुल)”

घर का बड़ा बेटा होना काफी नुकसानदेह होता है, हां बचपन में बहुत ही लाभदायक था, क्योंकि परिवार का पूरा अटेंशन मुझे प्राप्त था, हमेसा गोद में ही रहा। हर किसीका भरपूर प्यार मिला। लेकिन बड़े होने पर सारी जिम्मेवारी भी बड़े बेटे के सर पर ही पड़ती है। अव्वल तो सबसे पहले कमाने की

Story in hindi – “सफेद जावा(अड़हुल)” Read More »