कहानी

dusre ka kam

Story Hindi – दूसरे का काम

मेरे गाँव मे रिश्तों में काफी झोल है। छोटे छोटे बच्चे मुझे रिश्ते में बाबा, चाचा सब लगते हैं। मने बाप के बारात में बेटा जाय लोकनिया वाली बात है। वही वाली बात है कि, बाप रहल पेट में पूत गेल गाजा। शायद इसलिए ही कलुआ ने गाना गाया था कि,”गांव भर काकी, त केकरा […]

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Story in hindi

story hindi- “लफुआ”

वह सुरुआत से मनचला नहीं था, जब हम गांव में ही पढ़ा करते थे। मैंने सातवी कक्षा तक गांव में ही पढ़ाई की है, बाद में गांव के बिगड़ते हालात मसलन मेरे उम्र के अधिकतर लड़को का नशेड़ी हो जाना, और मेरा भी उन सबके जैसा हो जाने के डर से पिताजी हमें कोलकाता लिवा

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